1. हिन्दी साहित्य के काल विभाजन

1. हिन्दी साहित्य के काल विभाजन

1. हिन्दी साहित्य के काल विभाजन हिन्दी साहित्य को चार प्रमुख कालों में विभाजित किया गया है- (i) आदिकाल (वीरगाथा काल) (10वीं – 14वीं शताब्दी) – यह काल वीर रस और धर्म प्रचार का काल है। – साहित्य में प्रमुख रूप से राजाओं के शौर्य और युद्ध का वर्णन मिलता है। – मुख्य रचनाएँ- पृथ्वीराज … Read more

1. हिन्दी वर्णमाला और उसके स्वर-व्यंजन

1. हिन्दी वर्णमाला और उसके स्वर-व्यंजन

1. हिन्दी वर्णमाला और उसके स्वर-व्यंजन हिन्दी वर्णमाला देवनागरी लिपि में लिखी जाती है। इसमें 13 स्वर, 33 व्यंजन और 4 अन्य वर्ण (अयोगवाह और अनुस्वार) शामिल होते हैं। स्वर- स्वरों का उच्चारण स्वतंत्र रूप से किया जा सकता है। – मूल स्वर- अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ – … Read more

बालगोबिन भगत पाठ में भगतजी के व्यक्तित्व के कौन-कौन से गुण उभरकर आते हैं

बालगोबिन भगत पाठ में भगतजी के व्यक्तित्व के कौन-कौन से गुण उभरकर आते हैं

बालगोबिन भगत पाठ में भगतजी के व्यक्तित्व के कौन-कौन से गुण उभरकर आते हैं “बालगोबिन भगत” पाठ के लेखक रामवृक्ष बेनीपुरी ने बालगोबिन भगत के सरल, आध्यात्मिक और कर्तव्यनिष्ठ व्यक्तित्व को मार्मिक और प्रेरणादायक तरीके से प्रस्तुत किया है। भगतजी का जीवन उनके आदर्शों, मानवीय मूल्यों और आध्यात्मिकता का प्रतीक है। उनके व्यक्तित्व के विभिन्न … Read more

सिंह और चूहा

सिंह और चूहा

सिंह और चूहा लेखक- विष्णु वर्मा यह कहानी हमें सिखाती है कि कोई भी छोटा या कमजोर नहीं होता, और कभी-कभी छोटे प्राणी भी बड़ी मदद कर सकते हैं। — कहानी का सारांश – सिंह और चूहा एक जंगल में एक बलवान सिंह रहता था। एक दिन वह भोजन करने के बाद एक बड़े पेड़ … Read more

बीरबल की खिचड़ी

बीरबल की खिचड़ी

बीरबल की खिचड़ी यह कहानी अकबर और बीरबल की प्रसिद्ध किस्सागोई का हिस्सा है। इसमें बीरबल ने अकबर को धैर्य और ठंड में कठिन परिश्रम करने का पाठ सिखाया। — कहानी का सारांश एक सर्दियों की रात थी। दिल्ली में कड़ाके की ठंड पड़ रही थी। अकबर और उनके दरबारी महल में आग तापते हुए … Read more

झाँसी की रानी रानी लक्ष्मीबाई का अदम्य साहस और बलिदान

झाँसी की रानी रानी लक्ष्मीबाई का अदम्य साहस और बलिदान

झाँसी की रानी रानी लक्ष्मीबाई का अदम्य साहस और बलिदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणादायक गाथा है। सुभद्रा कुमारी चौहान ने अपनी अमर कविता “झाँसी की रानी” में रानी लक्ष्मीबाई के अद्वितीय पराक्रम और त्याग का मार्मिक वर्णन किया है। यहाँ रानी लक्ष्मीबाई की वीरता और कविता का विस्तार से वर्णन प्रस्तुत है। — रानी … Read more

अभिज्ञान शाकुंतलम कालिदास द्वारा रचित संस्कृत साहित्य

अभिज्ञान शाकुंतलम कालिदास द्वारा रचित संस्कृत साहित्य

अभिज्ञान शाकुंतलम कालिदास द्वारा रचित संस्कृत साहित्य की सबसे प्रसिद्ध नाट्यकृति है। यह राजा दुष्यंत और शकुंतला की प्रेम गाथा पर आधारित एक उत्कृष्ट महाकाव्य है। इसमें प्रेम, वियोग, और पुनर्मिलन के मार्मिक क्षणों को अद्भुत काव्य शैली में प्रस्तुत किया गया है। — कथा का सारांश प्रथम अंक- प्रेम का आरंभ राजा दुष्यंत, हस्तिनापुर … Read more

हिन्दी का सामाजिक और राजनैतिक पक्ष

हिन्दी का सामाजिक और राजनैतिक पक्ष

हिन्दी का सामाजिक और राजनैतिक पक्ष 1. राजभाषा हिन्दी का महत्व – हिन्दी का सामाजिक और राजनैतिक पक्ष हिन्दी भारत की राजभाषा है और इसे देश के सामाजिक और राजनैतिक एकता का प्रतीक माना जाता है। – राष्ट्रीय एकता का माध्यम- हिन्दी देश के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने में सहायक है, क्योंकि यह भारत में … Read more

राजा हरिश्चंद्र- सत्य और धर्म की अद्भुत गाथा

राजा हरिश्चंद्र- सत्य और धर्म की अद्भुत गाथा

राजा हरिश्चंद्र- सत्य और धर्म की अद्भुत गाथा राजा हरिश्चंद्र भारतीय पौराणिक कथाओं के ऐसे चरित्र हैं, जो सत्य और धर्म के प्रति अपने अद्वितीय समर्पण के लिए विख्यात हैं। उनकी कहानी मानवता, सत्यनिष्ठा, और धैर्य की मिसाल है। इस कथा का उल्लेख अनेक पुराणों और महाकाव्यों में मिलता है, जिसमें राजा हरिश्चंद्र ने जीवन … Read more

1. कक्षा 6 से 12 तक के पाठ्यक्रम के अनुसार प्रश्न

1. कक्षा 6 से 12 तक के पाठ्यक्रम के अनुसार प्रश्न

1. कक्षा 6 से 12 तक के पाठ्यक्रम के अनुसार प्रश्न कक्षा 6 से 8 (माध्यमिक स्तर) – 1. कक्षा 6 से 12 तक के पाठ्यक्रम के अनुसार प्रश्न – भाषा और व्याकरण – हिन्दी वर्णमाला, शब्द भंडार, पर्यायवाची, विलोम शब्द। – संधि, समास, वाक्य के प्रकार, काल और कारक। – मुहावरे और लोकोक्तियाँ। – … Read more