चींटी और कबूतर दूसरों की मदद का सबक The ant and the pigeon a lesson in helping others
शुरुआत से अंत तक जरूर पढ़े। The ant and the pigeon a lesson in helping others
कहानी का सारांश
गर्मियों का समय था। एक चींटी पानी की तलाश में जंगल के पास घूम रही थी। पानी की तलाश में वह एक नदी के किनारे पहुँची। नदी का पानी ठंडा और साफ था। जैसे ही चींटी पानी पीने के लिए झुकी, अचानक उसका पैर फिसल गया और वह नदी में गिर गई।
1. चींटी की परेशानी
चींटी को तैरना नहीं आता था। वह पानी में डूबने लगी और मदद के लिए पुकारने लगी। पास ही एक पेड़ पर एक कबूतर बैठा हुआ था। उसने चींटी की आवाज सुनी और उसे बचाने का निश्चय किया।
2. कबूतर की मदद
कबूतर ने जल्दी से एक पत्ता तोड़ा और उसे चींटी के पास गिरा दिया। चींटी उस पत्ते पर चढ़ गई और अपनी जान बचा ली। कबूतर ने चींटी की जान बचाकर उसे एहसानमंद कर दिया।
3. कबूतर पर संकट
कुछ दिनों बाद, एक शिकारी जंगल में आया। उसने कबूतर को पेड़ पर बैठे हुए देखा और उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाने लगा। शिकारी के इस इरादे को चींटी ने देख लिया।
4. चींटी की चतुराई
चींटी ने तुरंत शिकारी की ओर दौड़ लगाई और उसकी एड़ी में जोर से काट लिया। दर्द के मारे शिकारी चिल्लाने लगा और उसका ध्यान जाल से हट गया। इस बीच कबूतर ने शिकारी की हरकत को देख लिया और उड़कर अपनी जान बचा ली।
5. आपसी मदद का सबक
चींटी ने कबूतर की मदद की, जैसे उसने पहले चींटी की जान बचाई थी। दोनों ने एक-दूसरे की मदद करके यह साबित किया कि संकट के समय मदद करना एक नेक काम है।
कहानी से सीख
1. दूसरों की मदद करना हमेशा लाभकारी होता है।
2. जो लोग दूसरों की भलाई करते हैं, उनकी मदद भी मुश्किल समय में होती है।
3. छोटे से छोटा प्राणी भी बड़े काम कर सकता है।
प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1- चींटी नदी में क्यों गिर गई?
उत्तर- चींटी पानी पीने के लिए नदी के किनारे गई थी, लेकिन उसका पैर फिसलने के कारण वह नदी में गिर गई।
प्रश्न 2- कबूतर ने चींटी की मदद कैसे की?
उत्तर- कबूतर ने एक पत्ता तोड़कर नदी में गिराया, जिससे चींटी उस पर चढ़कर अपनी जान बचा सकी।
प्रश्न 3- शिकारी कबूतर को कैसे पकड़ना चाहता था?
उत्तर- शिकारी ने कबूतर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था।
प्रश्न 4- चींटी ने शिकारी के इरादे को कैसे विफल किया?
उत्तर- चींटी ने शिकारी की एड़ी में काट लिया, जिससे वह दर्द के मारे चिल्ला उठा और कबूतर को जाल से बचने का समय मिल गया।
प्रश्न 5- इस कहानी का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर- इस कहानी का मुख्य संदेश है कि दूसरों की मदद करने से न केवल उनकी जान बचाई जा सकती है, बल्कि यह भी सुनिश्चित होता है कि मुसीबत के समय वे भी हमारी मदद करेंगे।
कहानी की विशेषताएँ
1. सरल और प्रभावी- कहानी बच्चों और बड़ों को समान रूप से प्रेरित करती है।
2. नैतिक शिक्षा- यह परोपकार और आपसी सहयोग का महत्व सिखाती है।
3. प्रेरणादायक संदेश- छोटे-छोटे कर्म भी दूसरों की जिंदगी बदल सकते हैं।
चींटी और कबूतर की यह कहानी हर व्यक्ति को सिखाती है कि भलाई करना न केवल एक गुण है, बल्कि यह जीवन में खुशियाँ और सुरक्षा भी लाता है।
इस कहानी का निष्कर्ष है
- परोपकार और आपसी सहयोग का महत्व – जब हम दूसरों की मदद करते हैं, तो हमें भी मुश्किल समय में मदद मिलती है।
- दया और समझदारी – चाहे कोई प्राणी कितना भी छोटा क्यों न हो, उसकी बुद्धि और कार्य से बड़ा प्रभाव डाला जा सकता है।
- नेकी का फल – नेकी करने वालों को हमेशा किसी न किसी रूप में उसका प्रतिफल मिलता है।
यह कहानी यह भी सिखाती है कि मुश्किल वक्त में एक छोटा-सा कदम भी जीवन बदल सकता है और दूसरों के लिए प्रेरणा बन सकता है।