झाँसी की रानी रानी लक्ष्मीबाई का अदम्य साहस और बलिदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणादायक गाथा है। सुभद्रा कुमारी चौहान ने अपनी अमर कविता “झाँसी की रानी” में रानी लक्ष्मीबाई के अद्वितीय पराक्रम और त्याग का मार्मिक वर्णन किया है।
यहाँ रानी लक्ष्मीबाई की वीरता और कविता का विस्तार से वर्णन प्रस्तुत है।
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रानी लक्ष्मीबाई का जीवन परिचय
रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवंबर 1828 को काशी (वर्तमान वाराणसी) में हुआ था। उनका बचपन का नाम मणिकर्णिका था, लेकिन प्यार से उन्हें मनु बुलाया जाता था। उनका विवाह झाँसी के महाराजा गंगाधर राव से हुआ, और वे झाँसी की रानी बनीं।
महाराजा की मृत्यु के बाद, अंग्रेजों ने झाँसी पर कब्ज़ा करने की कोशिश की, क्योंकि महाराजा के दत्तक पुत्र को उत्तराधिकारी मानने से उन्होंने इनकार कर दिया। रानी लक्ष्मीबाई ने झाँसी को बचाने के लिए युद्ध करने का फैसला किया और 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
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सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता- “झाँसी की रानी”
सुभद्रा कुमारी चौहान की यह कविता रानी लक्ष्मीबाई के जीवन और बलिदान का काव्यात्मक रूप है। इसमें झाँसी की रानी के साहस, निडरता और युद्ध कौशल को अद्भुत तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
प्रमुख अंश-
> खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।
> बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी।
कविता रानी लक्ष्मीबाई के साहसिक कार्यों को दर्शाती है-
1. उन्होंने झाँसी की रक्षा के लिए अपने छोटे से दल के साथ अंग्रेजों की विशाल सेना का सामना किया।
2. युद्ध में रानी ने अपनी तलवारबाजी और रणनीति से दुश्मनों को चौंका दिया।
3. अंततः रानी ने ग्वालियर के पास कोटा की सराय में वीरगति प्राप्त की, लेकिन वे अंग्रेजों के लिए अमर प्रतिरोध की मिसाल बन गईं।
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प्रश्न और उत्तर – झाँसी की रानी रानी लक्ष्मीबाई का अदम्य साहस और बलिदान
प्रश्न 1- रानी लक्ष्मीबाई का जन्म कब और कहाँ हुआ?
उत्तर- रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवंबर 1828 को वाराणसी (काशी) में हुआ।
प्रश्न 2- रानी लक्ष्मीबाई का बचपन का नाम क्या था?
उत्तर- रानी लक्ष्मीबाई का बचपन का नाम मणिकर्णिका था, और उन्हें प्यार से मनु कहा जाता था।
प्रश्न 3- झाँसी की रानी ने अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध क्यों किया?
उत्तर- अंग्रेजों ने झाँसी को हड़पने की कोशिश की और महाराजा गंगाधर राव के दत्तक पुत्र को उत्तराधिकारी मानने से इनकार कर दिया। रानी लक्ष्मीबाई ने अपनी रियासत की रक्षा के लिए अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध किया।
प्रश्न 4- सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर- कविता का मुख्य संदेश है कि रानी लक्ष्मीबाई का साहस, बलिदान और देशभक्ति हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
प्रश्न 5- रानी लक्ष्मीबाई को “मर्दानी” क्यों कहा गया?
उत्तर- रानी लक्ष्मीबाई ने जिस साहस और वीरता के साथ अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध लड़ा, वह पुरुषों के साहस की बराबरी करता था। इसलिए उन्हें “मर्दानी” कहा गया।
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रानी लक्ष्मीबाई से प्रेरणा
रानी लक्ष्मीबाई का जीवन हमें यह सिखाता है कि अपने अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए साहस और आत्मबलिदान जरूरी है। उनकी गाथा हर भारतीय को अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक करती है और मातृभूमि के प्रति प्रेम की भावना को प्रेरित करती है।
अगर आप सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता का पूरा पाठ या उसकी व्याख्या चाहते हैं, तो मुझे बताइए।
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